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अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स मनाएंगी नया साल 16 बार

January 2, 2025
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अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स मनाएंगी नया साल 16 बार

नासा की भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स इस बार नए साल का जश्न कुछ अनोखे अंदाज में मनाएंगी। वह अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर हैं और नए साल पर 16 बार सूरज को उगते और ढलते देख सकेंगी।

अंतरिक्ष में नए साल की शुरुआत

ISS पृथ्वी के ऊपर लगभग 400 किलोमीटर की ऊँचाई पर हर दिन औसतन 15.5 बार पृथ्वी का चक्कर लगाता है। इसका मतलब है कि यह स्टेशन हर 90 मिनट में पृथ्वी का एक पूरा चक्कर पूरा करता है। यही कारण है कि एक्सपेडिशन 72 मिशन की टीम नए साल के दिन 16 बार सूर्योदय और सूर्यास्त का अद्भुत नज़ारा देखेगी। सुनीता विलियम्स इस मिशन की कमांडर हैं और उनके साथ अन्य सहयोगी इंजीनियर्स जैसे एलेक्सी ओवचिनिन, बटच विलमोर, इवान वाग्नर, डॉन पेटिट, अलेक्जेंडर गोरबुनोव और निक हेग इस अनुभव का हिस्सा होंगे।

क्यों हो रहा है 16 बार सूर्योदय और सूर्यास्त?

ISS लगभग 28,000 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पृथ्वी का चक्कर लगाता है। तेज गति और पृथ्वी के चारों ओर की परिक्रमा के कारण हर 90 मिनट में एक सूर्योदय और सूर्यास्त होता है। यह वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक सामान्य घटना है, लेकिन आम जनता के लिए यह किसी चमत्कार से कम नहीं है।

सुनीता विलियम्स का अंतरिक्ष में लंबा प्रवास

सुनीता विलियम्स और उनके साथी जून 2024 में बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के जरिए ISS के लिए रवाना हुए थे। यह मिशन शुरू में केवल 9 दिनों का था, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण उनका मिशन अब मार्च 2025 तक बढ़ा दिया गया है। उन्होंने क्रिसमस भी अंतरिक्ष में ही मनाया और अब नए साल का जश्न भी वहीं मना रही हैं।

नासा ने उनके लौटने की योजना को तब तक स्थगित कर दिया जब तक स्टारलाइनर के प्रणोदन प्रणाली (propulsion system) की समस्या को हल नहीं कर लिया जाता।

अंतरिक्ष में नए साल का जश्न कैसे मनाएंगे?

नए साल का जश्न अंतरिक्ष में भी खास होगा। अंतरिक्ष यात्री विशेष भोजन का आनंद लेंगे, जो पृथ्वी से भेजे गए ताजे सामग्रियों से तैयार किया जाएगा। टीम वीडियो कम्युनिकेशन के जरिए अपने परिवारों और दोस्तों से जुड़ी रहेगी, ताकि उनका मनोबल और भावनात्मक स्वास्थ्य सही बना रहे।

इससे पहले भी सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में अपने अनुभवों को "खुशहाल जगह" बताया है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे अनोखे अनुभव उन्हें जीवनभर प्रेरित करते हैं।

अंतरिक्ष में त्योहारों की परंपरा

अंतरिक्ष यात्री हर त्यौहार को अपनी क्षमता के अनुसार मनाने की कोशिश करते हैं। हाल ही में उन्होंने क्रिसमस मनाने के दौरान ISS को सजाया और खास भोजन तैयार किया। इस बार नए साल पर भी कुछ ऐसा ही देखने को मिलेगा।

स्टारलाइनर की समस्या और वापसी की देरी

नासा ने इस बात को स्पष्ट किया है कि स्टारलाइनर के प्रणोदन प्रणाली में आई समस्या को ठीक करने में समय लगेगा। जब तक यह समस्या हल नहीं होती, तब तक सुनीता विलियम्स और उनके साथी ISS पर ही रहेंगे।

अंतरिक्ष से जुड़े हर कदम पर नासा की टीम का ध्यान पूरी तरह केंद्रित है और सुरक्षा के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। यह अनुभव अंतरिक्ष यात्रियों के लिए चुनौतीपूर्ण तो है, लेकिन यह उनके लिए जीवनभर यादगार अनुभव भी साबित हो रहा है।

अंतरिक्ष यात्रियों की जीवनशैली

अंतरिक्ष में रहना आसान नहीं है। वहां हर छोटी से छोटी चीज़ को भी सावधानीपूर्वक करना पड़ता है। दैनिक कार्यों से लेकर वैज्ञानिक प्रयोग, सब कुछ एक नियमित योजना के तहत होता है। सुनीता विलियम्स और उनकी टीम ने यह साबित कर दिया है कि कड़ी मेहनत और धैर्य से हर चुनौती को स्वीकार किया जा सकता है।

निष्कर्ष

नए साल पर 16 बार सूरज का उगना और ढलना एक ऐसा अनुभव है जो शायद ही किसी और को देखने को मिले। अंतरिक्ष में सुनीता विलियम्स और उनकी टीम के लिए यह साल और भी यादगार रहेगा। उनकी यह यात्रा न केवल विज्ञान के क्षेत्र में नई संभावनाओं का द्वार खोलेगी, बल्कि यह भी दिखाएगी कि मानव की इच्छाशक्ति कितनी अद्भुत हो सकती है।