संघर्ष की शुरुआत
इजराइल और हमास के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद ने हाल ही में एक नए चरण में प्रवेश किया है। 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजराइल पर रॉकेट हमलों और सीमा पार कर के हमले किए, जिसे इजराइल ने "सबसे बड़ा हमला" करार दिया। इसके जवाब में, इजराइल ने गाजा पट्टी पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले शुरू कर दिए। यह संघर्ष अब तक हजारों लोगों की जान ले चुका है और लाखों नागरिक विस्थापन का सामना कर रहे हैं।
हमास का हमला और इजराइल की प्रतिक्रिया
हमास के हमले में इजराइल के कई इलाकों पर रॉकेट दागे गए, जिसमें सैकड़ों नागरिक मारे गए और कई घायल हुए। इसके अलावा, हमास के लड़ाकों ने इजराइली सैनिकों और नागरिकों को बंधक बना लिया। इस घटना के बाद इजराइल ने गाजा पट्टी में "ऑपरेशन आयरन स्वॉर्ड" के तहत व्यापक हवाई हमले शुरू किए।
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "हम अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। यह लड़ाई लंबी और कठिन होगी।"
मानवीय संकट
गाजा पट्टी में जारी हवाई हमलों ने मानवीय संकट को गंभीर बना दिया है। अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं की कमी हो गई है, और पीने के पानी, बिजली, और खाने की वस्तुओं की आपूर्ति बाधित हो गई है। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि अगर हिंसा जल्द समाप्त नहीं हुई, तो गाजा पट्टी में स्थिति "खतरनाक स्तर" तक पहुंच सकती है।
बच्चों और महिलाओं पर प्रभाव
संघर्ष का सबसे गहरा असर बच्चों और महिलाओं पर पड़ा है। गाजा के स्कूल बंद हो गए हैं, और हजारों परिवार विस्थापन का सामना कर रहे हैं। UNICEF ने कहा है कि "यह संकट बच्चों के लिए विनाशकारी है, उन्हें शिक्षा, चिकित्सा, और सामान्य जीवन से वंचित कर रहा है।"
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस संघर्ष ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी झकझोर दिया है। अमेरिका, यूरोपीय संघ, और संयुक्त राष्ट्र ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।
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अमेरिका: राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमास के हमले की निंदा की और इजराइल के "आत्मरक्षा के अधिकार" का समर्थन किया। इसके साथ ही, अमेरिका ने इजराइल को सैन्य सहायता भेजने का निर्णय लिया।
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संयुक्त राष्ट्र: महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, "गाजा में मानवीय स्थिति गंभीर है। सभी पक्षों को अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करना चाहिए।"
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मिस्र और कतर: इन देशों ने युद्धविराम की मध्यस्थता करने का प्रयास किया, लेकिन अब तक कोई ठोस परिणाम नहीं निकला।
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भारत: भारत ने नागरिक हताहतों पर चिंता जताई और सभी पक्षों से शांति बहाल करने की अपील की।
हमास और इजराइल के बीच लंबे समय से विवाद का कारण
हमास और इजराइल के बीच संघर्ष का इतिहास दशकों पुराना है। इसका मुख्य कारण गाजा पट्टी और पश्चिमी तट पर नियंत्रण, यरूशलम की स्थिति, और फिलिस्तीनी शरणार्थियों के अधिकार हैं।
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गाजा पट्टी: 2007 से हमास ने गाजा पर नियंत्रण किया हुआ है। इजराइल का आरोप है कि हमास गाजा से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देता है।
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यरूशलम: यरूशलम की स्थिति हमेशा से विवाद का केंद्र रही है। इजराइल इसे अपनी "अखंड राजधानी" मानता है, जबकि फिलिस्तीनी इसे अपनी भावी राजधानी मानते हैं।
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शरणार्थी समस्या: लाखों फिलिस्तीनी शरणार्थी आज भी दुनिया भर में बसे हुए हैं और अपने मूल स्थानों पर लौटने की मांग करते हैं।
संघर्ष की जमीनी स्थिति
गाजा पट्टी में बमबारी के चलते कई क्षेत्रों में इमारतें ढह गई हैं। हमास ने रॉकेट हमलों की गति बढ़ा दी है, जबकि इजराइल ने गाजा को घेर कर आपूर्ति मार्ग बंद कर दिए हैं।
इजराइल की सेना ने गाजा में जमीनी अभियान शुरू करने के संकेत दिए हैं। यह गाजा के नागरिकों के लिए और अधिक कठिनाई ला सकता है।
मानवीय सहायता और राहत प्रयास
संयुक्त राष्ट्र और कई गैर-सरकारी संगठन गाजा पट्टी में मानवीय सहायता पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, आपूर्ति मार्ग बंद होने के कारण यह काम बेहद मुश्किल हो गया है।
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मेडिकल सप्लाई: रेड क्रॉस और डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स जैसे संगठन मेडिकल किट और दवाइयां पहुंचा रहे हैं।
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खाद्य सामग्री: वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने कहा है कि गाजा में खाद्य सामग्री की कमी बढ़ रही है और जल्द ही इसे बहाल करना जरूरी है।
संघर्ष को खत्म करने के संभावित रास्ते
इस संघर्ष को खत्म करने के लिए कई संभावित रास्ते सुझाए गए हैं:
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युद्धविराम समझौता: अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता के जरिए युद्धविराम लागू करना।
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दो-राज्य समाधान: इजराइल और फिलिस्तीन को अलग-अलग राज्यों के रूप में मान्यता देना।
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अंतरराष्ट्रीय निगरानी: गाजा पट्टी में संघर्ष को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय निगरानी बल तैनात करना।
निष्कर्ष
इजराइल-हमास संघर्ष ने एक बार फिर दिखाया है कि मध्य पूर्व में शांति स्थापित करना कितना चुनौतीपूर्ण है। जब तक अंतरराष्ट्रीय समुदाय मिलकर स्थायी समाधान पर काम नहीं करता, तब तक ऐसे संघर्ष जारी रह सकते हैं। इस संकट ने लाखों निर्दोष लोगों के जीवन को प्रभावित किया है, और इसे जल्द से जल्द समाप्त करना जरूरी है।